स्‍कूल जाने से पहले बच्‍चे को सिखाएं ये छोटे-छोटे पांच काम, होशियारी में सबको कर देगा फेल

 

स्‍कूल जाने से पहले बच्‍चे को सिखाएं ये छोटे-छोटे पांच काम, होशियारी में सबको कर देगा फेल


स्‍कूल जाने से पहले बच्‍चे को सिखाएं ये छोटे-छोटे पांच काम, होशियारी में सबको कर देगा फेल



हरेक पैरेंट्स की इच्छा होती है कि उनके बच्चे सभ्य, आज्ञाकारी, जिम्मेदार और एक्टिव बनें। इसके लिए जरूरी है कि बच्चों को शुरू से ही आत्मनिर्भर बनाया जाए। आप भी अपने बच्चों को बचपन से ही कुछ काम सौंपकर उन्हें इंडिपेंडेंट और रिस्पॉन्सिबल बना सकते हैं।



स्‍कूल जाने से पहले बच्‍चे को सिखाएं ये छोटे-छोटे पांच काम, होशियारी में सबको कर देगा फेल




बच्चों के छोटे से बड़े होने के दौरान वे सभी के लाड़-प्यार और देखभाल के पात्र होते हैं, लेकिन विकास के इसी क्रम में आपको अपने बच्चे में अन्य गुणों को विकसित करना भी जरूरी होता है जिससे कि आगे चलकर उनका विकास एक अच्छे व्यक्ति के रूप में हो सकें।
इसके लिए बच्चों में समझ आने के बाद उन्हें जिम्मेदारी सिखाना बहुत आवश्यक होता है। खेल के दौरान और समूह में कार्य करने से बच्चों को टीम वर्क के महत्व को सीखने और एक दूसरे की मदद करने वाली भावना को समझने में मदद मिलती है। बच्चों द्वारा घर के छोटे-मोटे कार्य करवाने से उनमें जिम्मेदारी, सक्रियता, मिल-जुलकर कार्य करने की भावना और लाइफ वैल्यू को समझने में मदद मिलती है।



छोटी आयु से ही बच्चे नई-नई चीजें बहुत जल्दी सीख जाते हैं। बड़े बच्चों की अपेक्षा छोटे बच्चे बचपन में चीजों को बहुत तेजी से सीखते हैं।
इस आर्टिकल में ऐसे पांच काम बताए गए हैं, जिन्हें आप अपने बच्चों को करने के लिए दे सकती हैं, साथ ही आप उन कार्यों को पूरा करने के लिए अपने प्रीस्कूलर पर भरोसा कर सकते हैं और इसके द्वारा उन्हें लाइफ वैल्यू सीखा सकते हैं जो भविष्य में उनके ही काम आएंगे।


​बिस्तर लगाना

स्‍कूल जाने से पहले बच्‍चे को सिखाएं ये छोटे-छोटे पांच काम, होशियारी में सबको कर देगा फेल

अपने बच्चे को सोने से पहले अपना बिस्तर व्यवस्थित करने के लिए कहना उसे आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पहला कदम है। प्रत्येक व्यक्ति सोने से पहले अपना बिस्तर लगाता है या उसे व्यवस्थित करता है। अगर बच्चे को थोड़ा बड़ा होने पर उसे अपना बिस्तर लगाना सिखाया जाए, तो यह उसे जिम्मेदार बनाने के साथ-साथ इंडिपेंडेंट तरीके से अपना काम खुद करने के लिए सिखाने में भी मदद करता है।

इससे बच्चे को अपने आसपास के वातावरण और उनके रहने की जगह पर साफ-सफाई रखने की जरूरत के बारे में पता चलता है। हालांकि बच्चे को शुरुआत में आपके मदद की जरूरत होगी और जब तक वे इसे पूरी तरह से नहीं सीख लेते, तब तक उनके साथ लगकर इस काम को कुछ समय तक आपको उन्हें सीखाना होगा।



डस्टिंग करना
अपने बच्चों को डस्टिंग करना सिखाएं। शुरुआत में उन्हें कुछ ऐसी जगहों और वस्तुओं की साफ-सफाई करने को कहें, जो आसान हों और जिन्हें साफ करना बहुत मुश्किल न हो। धीरे-धीरे उन्हें अपने बुक्स, खिलौने, खिड़की, दरवाजे, प्लास्टिक की टेबल, कुर्सी, स्टडी टेबल और कमरे में सफाई और डस्टिंग करने तक बढ़ाते जाएं।  विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों को किसी भी प्रकार का हार्श क्लीनिंग केमिकल सफाई करने के लिए न दें। इसके बजाय सिरका जैसे नेचुरल क्लीनजर से सफाई करने के लिए दें। डिनर के बाद टेबल को पोंछ कर साफ करना भी एक अच्छा स्टार्टर है।

अपने बच्चों को डस्टिंग करना सिखाएं। शुरुआत में उन्हें कुछ ऐसी जगहों और वस्तुओं की साफ-सफाई करने को कहें, जो आसान हों और जिन्हें साफ करना बहुत मुश्किल न हो। धीरे-धीरे उन्हें अपने बुक्स, खिलौने, खिड़की, दरवाजे, प्लास्टिक की टेबल, कुर्सी, स्टडी टेबल और कमरे में सफाई और डस्टिंग करने तक बढ़ाते जाएं।

विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों को किसी भी प्रकार का हार्श क्लीनिंग केमिकल सफाई करने के लिए न दें। इसके बजाय सिरका जैसे नेचुरल क्लीनजर से सफाई करने के लिए दें। डिनर के बाद टेबल को पोंछ कर साफ करना भी एक अच्छा स्टार्टर है।

​पौधों को पानी देना
​पौधों को पानी देना

पौधों को पानी देना एक सरल कार्य है, जिसे बच्चे छोटी उम्र में भी कर सकते हैं। यह बच्चों में पालन-पोषण, वृद्धि और जिम्मेदारी के गुणों का विकास करता है।

अपने बच्चे को सप्ताह में एक या दो बार यह कार्य करने के लिए कहें। यह कार्य उनमें जिम्मेदारी की भावना के साथ लगाव और आत्मीयता की फीलिंग्स को भी पैदा करने का एक शानदार तरीका है।

​खिलौनों को व्यवस्थित करना


जब आपका बच्चा खेलना शुरू करता है, तो पूरा कमरा पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो जाता है। अपने बच्चे को उनकी चीजों को सही जगह पर रखने के बारे में बताने और कहने से उन्हें उस जगह के बारे में जानने में मदद मिलेगी, इससे अगली बार उन्हें अपने खेलने के लिए खिलौने ढूंढना भी आसान हो जाएगा।

शुरुआत में, आपको उन्हें एक-एक करके अपने इंस्ट्रक्शन देने होंगे, जिससे कि बच्चे अपने ढ़ेर सारे खिलौनों को एक ही जगह पर रखकर बाद में अपने किसी स्पेशल खिलौने को ढूंढने के लिए परेशान न हो जाए। एक बार जब वे अपने खिलौनों को व्यवस्थित करके रखना और जगहों को साफ करना सीख जाते हैं, तो वे इस बात को आसानी से समझ सकेंगे कि इंडिपेंडेंट तरीके से बहुत सी चीजों के आसपास अपना रास्ता खोजकर आगे कैसे बढ़ना है।

​डस्टबिन का इस्तेमाल करना
​डस्टबिन का इस्तेमाल करना
बच्चे को डस्टबिन का इस्तेमाल करना समझाना बहुत जरूरी होता है कि यह किस लिए होता है। बच्चों की आदतें गंदगी फैलाने की होती है। बच्चों को बताएं कि गंदगी से क्या नुकसान होते हैं। उन्हें कूड़े को इधर-उधर फैलाने या डालने की बजाए डस्टबिन में डालना सिखाएं। कचरा फैलाने पर उन्हें प्यार से टोकें, धीरे-धीरे वे खुद सीख जाएंगे।





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